जब नया कम्प्यूटर या लैपटॉप लेते है तब कुछ महीनो तक कंप्यूटर अच्छा चलता है लेकिन इसके बाद उसकी स्पीड धीरे-धीरे कम होने लगती है जिससे हमें कम्प्यूटर पर काम करने में झुंझलाहट/परेशानी आने लगती है। लेकिन यदि हम कुछ साधारण सी बातों का ध्यान रखे तो कम्प्यूटर की स्पीड सदा ही तेज़ रहेगी। आइए जानते है अपने सिस्टम की स्पीड को बूस्ट करने की टिप्स।
1. स्टार्ट अप करें कम :
स्टार्ट अप प्रोग्राम ऐसे प्रोग्राम होते है जो कंप्यूटर के ऑन होने पर अपने आप (ऑटोमेटिकली) ऑन हो जाते है। स्टार्ट अप प्रोग्राम्स को ज्यादा इंस्टॉल होने की वजह से कंप्यूटर की स्पीड कम होती है।
इसमें कई विजेट्स जैसे एनालॉग क्लॉक, स्क्रीन न्यूज फीड, जी-टॉक, स्काइप, बिट टोरेंट जैसे अन्य प्रोग्राम शामिल होते हैं जिन्हें यूजर्स अक्सर कम ही इस्तेमाल करते हैं।
इसमें कई विजेट्स जैसे एनालॉग क्लॉक, स्क्रीन न्यूज फीड, जी-टॉक, स्काइप, बिट टोरेंट जैसे अन्य प्रोग्राम शामिल होते हैं जिन्हें यूजर्स अक्सर कम ही इस्तेमाल करते हैं।
कैसे करें अनइंस्टॉल:
- स्टार्ट मेनु पर जाएं और रन कमांड चुने या फिर ‘windows key + R’ क्लिक करें
- जो विंडो ओपन होगी उसमें “msconfig” लिखकर एंटर बटन दबाएं
- यहां से स्टार्ट अप (Start Up) टैब पर क्लिक करें और जिन प्रोग्राम्स का इस्तेमाल नहीं करना उन्हें लिस्ट से हटा दें।
2. C ड्राइव को रखें खाली :
कम्प्यूटर में C ड्राइव मास्टर ड्राइव होती है। C ड्राइव में ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ साथ सभी जरूरी सॉफ्टवेयर्स रहते हैं जिनके बिना सिस्टम चल नहीं सकता। इस ड्राइव में ज्यादा डाटा ना रखें। जो गैर जरूरी प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर हैं उन्हें अन-इंस्टॉल कर दे या किसी अन्य ड्राइव में इंस्टॉल करें। कोई भी पर्सनल डाटा C ड्राइव में ना रखें।
3. गेमिंग कम्प्यूटर के लिए करें ग्राफिक्स ड्राइवर अपग्रेड :
अगर गेमिंग के शौकीन हैं तो थोड़ा सा तकनीकी, लेकिन काम का उपाय आपके स्लो पीसी को फास्ट बना सकता है। गेमर्स के लिए सबसे जरूरी है कि वो अपने पीसी के ड्राइवर्स अपग्रेड करते रहें। ड्राइवर्स प्रोग्राम वो होते हैं जो किसी हार्डवेयर को चलाने का काम करते हैं। पीसी खरीदते समय जो ड्राइवर्स आते हैं वो कुछ समय बाद पुराने/ ऑउट डेटेड हो जाते हैं।
अपने हार्डवेयर के हिसाब से ड्राइवर अपडेट किए जा सकते हैं। पीसी में AMD, nVidia या इंटेल जिसका भी ग्राफिक्स प्रोसेसर हो उसके हिसाब से ड्राइवर अपग्रेड कर लें। ऐसे में गेम खेलते समय कभी भी पीसी हैंग नहीं होगा।
4. ना रखें एक से ज्यादा एंटीवायरस :
आज के जमाने में वायरस से बचाने के लिए एंटीवायरस जरूरी है, लेकिन पीसी के हिसाब से सिर्फ एक रजिस्टर्ड एंटीवायरस ही काफी रहता है। ऐसे में दो प्रोग्राम या अलग से कोई फायरवॉल प्रोग्राम इंस्टॉल करने पर पीसी स्लो हो जाता है। एंटीवायरस या फायरवॉल जैसे प्रोग्राम बहुत पावर लेते हैं ऐसे में दो प्रोग्राम्स एक साथ काम करेंगे तो स्पीड कम होगी।
5. करप्ट फाइल स्कैन करें :
कम्प्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम हमेशा पीसी की सिस्टम फाइल्स में बदलाव करता रहता है। इनमें कई फाइल्स ऐसी होती हैं जो सिस्टम अपडेट के बाद करप्ट हो जाती हैं। ऐसी फाइल्स यूजर्स के काम की नहीं होती हैं, लेकिन फिर भी सिस्टम में जगह घेरे रहती हैं। ऐसी फाइल्स को डिलीट किया जा सकता है या फिर रिपेयर किया जा सकता है।
6. हार्डवेयर का रखें ध्यान :
अगर पीसी बहुत पुराना हो चुका है तो उसकी स्पीड बढ़ाने के लिए हार्डवेयर बदलना भी जरूरी हो जाएगा। मसलन पीसी की रैम बढ़ाई जा सकती है। केबल बदले जा सकते हैं। कई बार ज्यादा पुराने पीसी में पोर्ट्स जाम हो जाते हैं। अगर बार-बार पीसी हैंग हो रहा है तो किसी टेक्नीशियन को बुला कर हार्डवेयर की जांच करवा लें। एक बार सॉफ्टवेयर को भी जांच लें। मसलन अगर आप विंडोज का कोई पुराना वर्जन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसकी जगह नई विंडोज इंस्टॉल करा सकते हैं।
7. डेस्कटॉप को रखें क्लीन/साफ़ :
अगर पीसी की स्पीड बूस्ट करना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि डेस्कटॉप साफ रखें। जितनी ज्यादा फाइल्स डेस्कटॉप में सेव होंगी उतनी ही ज्यादा मेमोरी स्पेस खर्च होगी क्योंकि डेस्कटॉप हमेशा काम करता रहता है। डेस्कटॉप पर सेव की हुई फाइल्स कम्प्यूटर की C ड्राइव का हिस्सा बन जाती हैं और इससे ज्यादा रैम खर्च होती है। इसलिए सभी फाइल्स और फ़ोल्डर्स को डेस्कटॉप में सेव करने की जगह ड्राइव्स में सेव करके रखें।
8. रजिस्टर्ड एंटीवायरस का इस्तेमाल :
इंटरनेट की मदद से पीसी में ढेरों वायरस और मालवेयर आ जाते हैं। इनकी वजह से पीसी की स्पीड धीमी हो जाती है। इसके लिए हमेशा रजिस्टर्ड एंटीवायरस का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और हर हफ्ते या महीने में अपडेट करके पीसी का फुल स्कैन करना जरूरी है।
9. बेकार सॉफ्टवेयर हटा दें :
पीसी में ऐसे कई सॉफ्टवेयर्स सेव रहते हैं जिनका उपयोग कभी नहीं किया जाता फिर भी मेमोरी स्पेस घेरे रहते हैं। अगर पीसी की इंटरनल मेमोरी कम है तो ऐसे सॉफ्टवेयर्स को हटा देना चाहिए। इसी के साथ, अगर आप एनिमेशन इफेक्ट्स या वीजुअल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं और लाइव स्क्रीन सेवर जैसी चीजें पसंद हैं तो ये भी पीसी को धीमा करने के लिए जिम्मेदार हैं। अगर आपके पीसी की मेमोरी कम है तो इनका इस्तेमाल ना करें।
10. डिस्क क्लीन अप :
जब इंटरनेट इस्तेमाल करते है तो कंप्यूटर में बहुत सारी ऐसी अनचाही फाइल्स सेव हो जाती है जिनके बारे में हमें पता नहीं होता। ऐसी फाइल्स कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में पड़ी रहती है और कंप्यूटर को स्लो करती रहती है। इन फाइलों में टेम्पररी फाइल्स, cache, जैसी फाइलें होती है। इन फाइलों को डीलीट करने के लिए कंप्यूटर में जा कर सी ड्राइव पर राईट क्लीक कर उसकी प्रॉपर्टीज (properties) में जा कर जनरल सेटिंग्स में जाना होता है वहां पर डिस्क क्लीन अप का ऑप्शन आएगा। इस ऑप्शन पर क्लिक करें उसके बाद कंप्यूटर की सारी अनचाही फाइलों के फोल्डर खुल जाएंगे और उनको सेलेक्ट कर डीलीट करें। ऐसा करने से हार्ड डिस्क में पड़ी सभी बेकार और गैर-जरूरी अनचाही फाइलें डीलीट हो जाएगी और सिस्टम की स्पीड बढ़ जाएगी.
11. रीसायकल बिन :
हम अपने कंप्यूटर में अक्सर फाइल्स डीलीट तो कर देते है लेकिन उसे रीसायकल बिन से डीलीट करना भूल जाते है इससे वो फाइल्स हमारे सिस्टम में पड़ी रहती है। रीसायकल बिन से फाइल्स डीलीट होने के बाद ही असल में फाइल कंप्यूटर से डीलीट होती है। रीसायकल बिन से फाइल्स हटाने का एक दम सरल तरीका है बस माउस को डेस्कटॉप पर दिख रहे रीसायकल बिन के आईकन पर ले जाएं और राईट क्लिक कर एम्प्टी रीसायकल बिन पर क्लिक करें, ऐसा करने से यस और नो का ऑप्शन आएगा जिस पर यस करते ही कंप्यूटर से फाइल्स परमानेंटली डीलीट हो जाएगी।
12. डीफ्रैग्मेंट डिस्क :
हमारे कंप्यूटर में कई फाईलें असंतुलन (डिसऑर्डर) तरीके से सेव होने लगती है। डीफ्रैग्मेंटेशन इन फाईलों को एक साथ लगा कर ऑर्डर में ले आती है और हार्ड डिस्क का स्पेस बढ़ जाता है। इसके लिए स्टार्ट में जाकर ऑल प्रोग्राम्स पर जाएं फिर ऐससरी (accessories) पर जा कर सिस्टम टूल्स पर जाएं, फिर डिस्क डीफ्रैग्मेंटर पर जायें उसके बाद डीफ्रैग्मेंट डिस्क पर क्लिक करें और फिर सारी फाइलें ऑर्डर में आ जाएंगी।